Thursday, April 18, 2024

दुनिया की इस सबसे महंगी कार ने ली 84 लोगों की जान, जानिए क्यों रखती है, सबसे महंगी कार होने का खिताब

बताते चलें, कि Mercedes-Benz 300 SLR Uhlenhaut Coupé अब तक की नीलाम होने वाली सबसे महंगी कार है, और अपने इस खिताब को SLR ने 2018 में 1963 Ferrari 250 GTO को पछाड़ कर नाम किया।

World’s Most Expensive Car : दुनिया की सबसे महंगी कार बनाने वाली कंपनी का खिताब मर्सिडीज के नाम है, जर्मन कार मेकर Mercedes ने 5 मई 2022 को जर्मनी के स्टटगार्ट में Mercedes-Benz 300 SLR Uhlenhaut Coupe नीलाम किया गया। सोथबी द्वारा नीलामी में 1955 की मर्सिडीज-बेंज 300 एसएलआर उहलेनहॉट कूपे (Mercedes-Benz 300 SLR Uhlenhaut Coupe) को 142 मिलियन डॉलर में बेचा गया।

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world's most expensive car
Mercedes-Benz 300 SLR Uhlenhaut Coupe

Ferrari 250 GTO को पछाड़ बनी सबसे महंगी कार

बताते चलें, कि यह अब तक की नीलाम होने वाली सबसे महंगी कार है, और अपने इस खिताब को इसने 2018 में 1963 Ferrari 250 GTO को पछाड़ कर नाम किया। Ferrari 250 GTO के नाम 70 मिलियन डॉलर की सेल के साथ सबसे महंगी कार होने का खिताब था। साल 2018 में 1962 Ferrari250 GTO के लिए भुगतान की गई राशि से Mercedes-Benz 300 SLR Uhlenhaut Coupe की राशि तीन गुना ज्यादा है।

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इतनी खास क्यों है यह कार

दरअसल, द्वितीय विश्व युद्ध (Wordl War II) से पहले मर्सिडीज-बेंज की रेस कारों को नाजी शासन द्वारा कंट्रोल किया गया था और पूरे 30 के दशक में मोटरस्पोर्ट्स पूरी तरह से हावी थी। मर्सिडीज की Mercedes-Benz 300 SLR Uhlenhaut Coupe (जिसे Silver Arrow क नाम से भी जाना जाता है) ने कई ग्रां प्री जीते। युद्ध के बाद 1954 में मर्सिडीज-बेंज ने मोटर रेसिंग में अपनी वापसी की और जहां से उन्होंने छोड़ा था वहीं से शुरू किया।

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Mercedes-Benz 300 SLR Uhlenhaut Coupé

अर्जेंटीना के Juan Manuel Fangio सिल्वर एरो के साथ 1954 और 1955 फॉर्मूला वन वर्ल्ड चैंपियनशिप जीती। साल 1955 में विश्व स्पोर्ट्सकार चैम्पियनशिप में भी इस कार ने सफलता हासिल की। हालांकि, एक महीने बाद दो 300SLR के साथ 24 घंटे ले मैंस की दौड़ में मर्सिडीज ड्राइवर पियरे लेवेघ फास्ट स्पीड में कार चला रहे थे, जिसमें करीब 84 दर्शकों की जान चली गई। इस विनाशकारी घटना के बाद मर्सिडीज ने अपने मोटरस्पोर्ट कार्यक्रम को समाप्त कर दिया।

इस कार की अधिक कीमत होने के पीछे कारण है, कि इसे कभी कंपनी द्वारा सेल नहीं किया गया।

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