इस बीच 1,000cc से 1,500cc के बीच इंजन क्षमता वाली निजी कारों की दरें 3,221 रुपये से बढ़ाकर 3,416 रुपये कर दी जाएंगी। हालांकि राहत की सांस के रूप में 1,500 सीसी से ऊपर की कारों की दरों में प्रीमियम 7,897 रुपये से घटकर 7,890 रुपये हो जाएगा।
एक जून से अगर आप कोई भी खरीदने जाते हैं, तो इसके लिए आपको ज्यादा रकम चुकानी पड़ सकती है, क्योंकि 1 जून से कई सेगमेंट के वाहनों का इंश्योरेंस प्रीमियम महंगा होने जा रहा है। हालांकि, पहले वाहन निर्माता कंपनियों द्वारा की गई कीमत में बढ़ोत्तरी और अब इंश्योरेंस प्रमियम में इजाफे की खबर के बाद कुछ उद्योग विशेषज्ञों ने सरकार के फैसले पर अपनी चिंता व्यक्त की है, क्योंकि उनका मानना है कि यह ऑटोमोबाइल की बिक्री पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा, खासकर दोपहिया खंड क्योंकि यह पहले से ही कम मांग से जूझ रहा है। आइए बताते हैं, कि 1 जून से वाहन के बीमा भुगतान के लिए आपको कितनी रकम चुकानी होगी।
कितना बढ़ जाएगा प्रीमियम
खैर, यहां ध्यान देने वाली बात यह है, कि इस बढ़ोत्तर में सरकार का हाथ है, इस नई बढ़ोतरी के साथ 1,000cc की इंजन क्षमता वाली निजी कारों के लिए संशोधित दरें 2019-20 में 2,072 रुपये थी, जो अब 1 जून से 2,094 रुपये हो जाएंगी। इस बीच 1,000cc से 1,500cc के बीच इंजन क्षमता वाली निजी कारों की दरें 3,221 रुपये से बढ़ाकर 3,416 रुपये कर दी जाएंगी। हालांकि राहत की सांस के रूप में 1,500 सीसी से ऊपर की कारों की दरों में प्रीमियम 7,897 रुपये से घटकर 7,890 रुपये हो जाएगा। ध्यान दें, कि ये नई दरें सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) द्वारा जारी की गई हैं। इंडियन फाउंडेशन फॉर ट्रांसपोर्ट रिसर्च एंड ट्रेनिंग (IFTRT) के सीनियर फेलो एसपी सिंह ने कहा, “डीजल, टायर, टोल टैक्स और सभी सामग्री की लागत पिछले एक साल में बढ़ी है, इसलिए टीपी दरों में भी बढ़ोतरी पर कोई आश्चर्य की बात नहीं है, और हमें इसकी उम्मीद थी। सरकार पहले इसे अप्रैल से लागू करना चाहती थी, लेकिन अब इसे जून से शुरू किया जा रहा है।”
दोपहिया वाहन मालिको पर कितना पड़ेगा असर
इसके अलावा, दोपहिया वाहन मालिकों को 350cc से कम की बाइक के लिए 1,366 रुपये और 350cc से अधिक की बाइक के लिए 2,804 रुपये के प्रीमियम का भुगतान करना होगा। वहीं हाइब्रिड इलेक्ट्रिक कारें प्रीमियम पर 7.5 प्रतिशत की छूट की पात्र होंगी और 30 किलोवाट से कम बिजली उत्पादन वाले इलेक्ट्रिक निजी मालिकों से 1,780 रुपये का प्रीमियम लिया जाएगा, जबकि 30 किलोवाट से अधिक लेकिन 65 किलोवाट के बीच वाले वाहनों का इस्तेमाल करने वाले लोगों से 2,904 रुपये का प्रीमियम लिया जाएगा। बताते चलें, कि 2019-20 में 12,000 किलोग्राम से अधिक लेकिन 20,000 किलोग्राम से कम वजन वाले माल ढोने वाले कमर्शियल वाहनों का प्रीमियम 33,414 रुपये था और अगले महीने की पहली तारीख से अब यह बढ़कर 35,313 रुपये हो जाएगा। वहीं 40,000 किलोग्राम से अधिक वजन वाले माल ढोने वाले कमर्शियल वाहनों का प्रीमियम 2019-20 में 41,561 था, जो अब बढ़कर 44,242 रुपये हो जाएगा।
आ सकती है वाहनों की मांग में गिरावट
इस बीच, सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा, “यह भारी बढ़ोतरी विशेष रूप से दोपहिया और छोटी कारों जैसे बड़े पैमाने पर मांग को प्रभावित कर सकती है, जो पहले से ही भारी लागत वृद्धि के कारण ठीक होने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। बता दें, थर्ड पार्टी बीमा दुर्घटना में शामिल दूसरे व्यक्ति के वाहन को कवर करता है, यह कवर किसी तीसरे पक्ष, आम तौर पर सड़क दुर्घटना के कारण किसी इंसान को होने वाली किसी भी संपार्श्विक क्षति के लिए है। हालांकि, सड़क पर वाहन चलाते समय वैध बीमा होना कानूनी रूप से अनिवार्य है, तो इसलिए लोग ज्यादात्तर इसका विकल्प चुनते हैं। लेकिन सामान्य तौर पर आपको बजाय एक थर्ड पार्टी इंश्योरेंस को चुनने के बजाय एक Comprehensive insurance का विकल्प लेना चाहिए। क्योंकि Comprehensive insurance वाहन की मरम्मत या प्रतिस्थापन के लिए भुगतान करता है। इसके अलावा यह तीसरे पक्ष की देनदारियों, दुर्घटना से नुकसान, आग, प्राकृतिक आपदा, चोरी आदि को भी कवर करता है।