मॉडिफाई एग्जॉस्ट भारत में मोटरसाइकिल या कारों पर लगाना अवैध नहीं हैं। हालाँकि, उनका उपयोग सार्वजनिक सड़कों पर नहीं किया जा सकता है। पुलिस ने हाल ही में मॉडिफाइड साइलेंसर वाली मोटरसाइकिलों के मालिकों के खिलाफ तीन मामले दर्ज किए हैं।
Modified Royal Enfield Motorcycle : सड़कों पर बाइक्स चलाते समय मॉडिफाइड साइलेंसर का प्रयोग करना गैरकानूनी है, लेकिन बावजूद इसके लोग अपनी बाइक्स में बाहर से साइलेंसर लगवा लेते हैं, जो बाद में उनके लिए समस्या की वजह बन जाता है। ऐसा ही एक किस्सा आजकल चर्चा में है। दरअसल, पिंपरी चिंचवाड़ में पुलिस ने मोटरसाइकिलों पर मोडिफाइड एग्जॉस्ट का उपयोग करने वाले बाइक सवारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने हाल ही में मॉडिफाइड साइलेंसर वाली मोटरसाइकिलों के मालिकों के खिलाफ तीन मामले भी दर्ज किए हैं। जिनमें से दो मामले चाकन, पूणे का है, जबकि दूसरा मामला दिघी थाने में दर्ज किया गया है।
यह भी पढ़ें :- भुल जाएंगे बुलेट की सवारी , Royal Enfield लेकर आ रही है अपनी सबसे सस्ती मोटरसाइकिल!

3 लाख रुपये का हुआ चालान
बता दें, कि दिघी थाने में एक महिला ने बाइक के साइलेंसर की तेज आवाज की शिकायत दर्ज की है, जबकि चाकन में पुलिस अधिकारियों ने खुद मामले दर्ज किए। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 279 और 290 और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामले दर्ज किए हैं। अधिकारियों ने यह भी कहा कि वे गैरेज मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
ध्यान दें, कि पुलिस टास्क फोर्स ने इस साल अप्रैल में ऐसी मॉडिफाइड मोटरसाइकिलों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की थी, और करीब 300 मोटरसाइकिलों का 3 लाख रुपये का चालान किया गया। हालांकि, बावजूद चालान के सड़कों पर अपराधियों की संख्या जस की तस बनी हुई है। फिलहाल, मोटरसाइकिलों को पुलिस द्वारा जब्त कर लिया जाएगा और कोर्ट की मंजूरी के बाद ही मालिकों को छोड़ा जाएगा।
यह भी पढ़ें :- Upcoming Mahindra Electric Car Atom : महिंद्रा की मिनी इलेक्ट्रिक कार, 3 लाख की कीमत पर इस साल हो सकती है लॉन्च

इंजन के लिए काफी खतरनाक हैं फायरिंग शॉट
जैसा कि हमनें पहले बताया कि हमने रॉयल एनफील्ड बुलेट राइडर्स के कई उदाहरण देखे हैं जो अपनी मोटरसाइकिलों के एग्जॉस्ट फायरिंग शॉट बनाते हैं। एग्जॉस्ट से निकलने वाली ऐसी आवाज पटाखा-फटने जैसी लगती है, जिसमें कई ऐसी आवाजें पैदा करती हैं जो केवल सड़क पर ध्यान खींचने के लिए होती हैं। हालाँकि, ये फायरिंग शॉट एग्जॉस्ट और इंजन के लिए काफी खतरनाक हो सकते हैं।
इससे न सिर्फ ध्वनि प्रदूषण होता है, बल्कि आसपास वाले लोागें को भी परेशानी होती है, और ऐसा करने वाले राइडर्स न केवल रॉयल एनफील्डके प्रशंसकों के लिए बल्कि पूरी मोटरसाइकिल बिरादरी के लिए भी बदनामी कार कारण बन जाते हैं। पुलिसकर्मी भी ऐसे मामलों में आमतौर पर इस तरह के मॉडिफाई वाहनों को जब्त करने में जरा भी संकोच नहीं करते हैं।
यह भी पढ़ें :-Tvs Ronin Launched : टीवीएस ने उतारी धांसू फीचर वाली सस्ती मोटरसाइकिल, कम कीमत में अब मिलेगा शानदार राइड का मजा

नोट : ध्यान दिया जाना चाहिए कि इस तरह के एग्जॉस्ट भारत में मोटरसाइकिल या कारों पर स्थापित करने के लिए अवैध नहीं हैं। हालाँकि, उनका उपयोग सार्वजनिक सड़कों पर नहीं किया जा सकता है। इस तरह की संशोधित मोटरसाइकिलों को एक फ्लैटबेड पर रेसिंग ट्रैक की तरह निजी संपत्ति के रूप में ले जाया जा सकता है और वहां इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, सार्वजनिक सड़कों पर स्टॉक एग्जॉस्ट का प्रयोग करने पर पुलिस को उसे हटाने और जब्त करने का पूरा अधिकार है।