ध्यान दें, कि अदालत ने शिकायतकर्ता को मानसिक पीड़ा के लिए 2 लाख रुपये, मुकदमेबाजी लागत के लिए 50,000 रुपये, रखरखाव लागत के रूप में 1,09871 रुपये और टायर बदलने के लिए 35,000 रुपये का अतिरिक्त भुगतान करने का भी निर्देश दिया।
BMW Refund Owner Cost of His Car : दिल्ली स्टेट कंज्यूमर डिस्प्यूट्स रिड्रेसल कमीशन (डीएससीडीआरसी) ने हाल ही में अपने एक फैसले में बीएमडब्ल्यू इंडिया (BMW India) को ग्राहक की पूरी खरीद राशि वापस करने का आदेश दिया है, दरअसल, कुछ समय पहले बीएमडब्ल्यू के एक ग्राहक ने शिकायत की थी, कि उसे डिलीवर की गई कार से कई तरह की शिकायत हैं। ग्राहक का नाम प्रीतम पाल है, और यह अपनी नई खरीदी गई बीएमडब्ल्यू कार के साथ कई समस्याओं से जूझ रहा था, जिसके लिए बीएमडब्ल्यू इंडिया के खिलाफ केस दर्ज किया।
कोर्ट ने बीएमडब्ल्यू इंडिया को पाल द्वारा कार खरीदने के लिए खर्च की गई कार की पूरी राशि वापस करने के लिए कहा गया है। न सिर्फ कार की पूरी राशि बल्कि कोर्ट ने खरीद राशि पर 6 प्रतिशत ब्याज व मानसिक पीड़ा और उत्पीड़न की लागत, मुकदमेबाजी लागत, मेंटेनेंस, टायर बदलने और बीमा रिन्यू सहित सभी तरह की लागत देने के लिए भी कहा गया है। बताते चलें, कि ग्राहक की शिकायत के बाद कंपनी दोषपूर्ण कार को सुधारने या बदलने में विफल रही। जिसके चलते ये सभी दंड लगाए गए।

कोर्ट में इस फैसले की घोषणा डीएससीडीआरसी की बेंच सदस्य पिंकी और बिमला कुमारी ने की थी, अदालत ने बीएमडब्ल्यू इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को सर्विस में कमी के मुआवजे के रूप में शिकायतकर्ता को 26,26,42 रुपये का पूरा भुगतान 6% ब्याज के साथ वापस करने का निर्देश दिया। इस कीमत को 23/01/2023 तक कंपनी का चुकाना होगा और अगर कंपनी ऐसा करने में विफल रही तो ब्याज की दर 9% तक की दी जाएगी।
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ध्यान दें, कि अदालत ने शिकायतकर्ता को मानसिक पीड़ा के लिए 2 लाख रुपये, मुकदमेबाजी लागत के लिए 50,000 रुपये, रखरखाव लागत के रूप में 1,09871 रुपये और टायर बदलने के लिए 35,000 रुपये का अतिरिक्त भुगतान करने का भी निर्देश दिया। इसके अलावा, अदालत ने जर्मन कंपनी को दूसरे और तीसरे वर्ष के लिए बीमा राशि के रूप में 51,000 रुपये और 42,280 रुपये का भुगतान करने का निर्देश दिया।

केस दायर करते हुए प्रीतम पाल ने दावा किया कि उनकी नई खरीदी गई बीएमडब्ल्यू कार खरीद की तारीख के पांच महीने बाद से खराब होने लगी थी। हर बार ब्रेक लगाने पर तेज चीखने की आवाज देखने के बाद, पाल कार को बीएमडब्ल्यू के अधिकृत सर्विस आउटलेट पर ले गए, जिसने 10 दिनों तक कार को रखा। हालाँकि, अधिकारिक डीलरशिप द्वारा नियमित जाँच की पुष्टि के बावजूद, समस्या का समाधान नहीं हुआ। पाल ने फिर से कार को उसी वर्कशॉप में भेज दिया और ईमेल के जरिए समस्या की जानकारी दी।
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कार की दूसरी बार जांच के बाद तकनीशियनों ने यह भी देखा कि ब्रेक लगाने पर सीटी की आवाज आ रही थी। कार को ग्राहक को वापस कर दिया गया और छह-सात दिनों के बाद अधिकारिक सर्विस सेंटर ने दावा किया कि उसने कार के ब्रेकिंग सिस्टम के फ्रंट ब्रेक पैड और फ्रंट डिस्क को बदल दिया है। हालांकि इतना सब होने के बाद भी समस्या जस की तस बनी रही।