हो सकता है, कि कार को टेस्ट-ड्राइव वाहन के रूप में इस्तेमाल किया गया है। या फिर कार में मैकेनिकल तौर पर कोई काम किया गया हो। अगर आपकी कार को टेस्ट ड्राइव के रूप में इस्तेमाल किया गया हो तो डीलरशिप चालान पर की भी जांच करें।
PDI Check List : ग्राहक जब नई कार की डिलीवरी लेते हैं, तो अपनी कार को लेकर काफी उत्साहित होते हैं, लेकिन थोड़ा इंतजार करें। क्योंकि, कई लोगों ने जल्दबाजी के लिए एक बड़ी कीमत चुकाई है। दरअसल, कार को घर ले जानें से पहले पूरी जांच पड़ताल जरूरी है, और अपने इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप शोरूम की ठगी से बच सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन से पहले की चीजें :
डीलरशिप स्टॉकयार्ड में जाने और रजिस्ट्रेशन से पहले अपनी कार की जांच करने की सलाह दी जाती है,क्योंकि अगर एक बार कार आपके नाम पर रजिस्टर हो गई है, तो उसके बाद आप कुछ नहीं कर सकते हैं। इसलिए कार की मैन्युफैक्चरिंग तारीख, माह/वर्ष की जांच करें, विशेष रूप से किसी भी वर्ष की पहली तिमाही में खरीदते समय (VIN डिकोडिंग आलेख से लिंक करें)।

एक रिपोर्ट के मुताबिक फिएट इंडिया उन कारों को बेचने के लिए कुख्यात थी जो 18 महीने पहले निर्मित की गई हैं। आप सुनिश्चित करें कार की मैन्युफैक्चरिंग चालू वर्ष की है, और महीना भी हाल ही का हो। सबसे अच्छा तरीका यह है कि डीलर से “फॉर्म 22” प्रमाणपत्र (निर्माता द्वारा जारी) मांगा जाए। आपको इस प्रमाणपत्र पर इंजन/चेसिस नंबर मिलेंगे, जबकि निर्माण का महीना/वर्ष “सड़क-योग्यता” “road-worthiness” प्रमाणपत्र पर है।
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इसके अलावा पूरी उम्मीद है, कि ओडोमीटर डिस्कनेक्ट हो गया है, और हो सकता है, कि कार को टेस्ट-ड्राइव वाहन के रूप में इस्तेमाल किया गया है। या फिर कार में मैकेनिकल तौर पर कोई काम किया गया हो। अगर आपकी कार को टेस्ट ड्राइव के रूप में इस्तेमाल किया गया हो तो डीलरशिप चालान पर की भी जांच करें। डीलर द्वारा कई बार आरटीओ/आजीवन करों के लिए अधिक शुल्क लेना लोकप्रिय घोटाला है। इसलिए कार पर टैक्स देते समय सिर्फ जितना जरूरी हो उतना ही टैक्स दें।

फाइनल जांच
*प्री-रजिस्ट्रेशन से पहले कार के चारों ओर घूमकर यह सुनिश्चित करें कि कार सुपर क्लीन है! ध्यान दें, कि कार के पेंट में कहीें भी कोई अंतर या डेंट नहीं है।
*कार की सभी लाइट सामान ठीक काम कर रहे हैं।
*पुष्टि करें कि आपके द्वारा ऑर्डर की गई सभी एक्सेसरीज़ कार में फिट हैं।
*जांचें करें कि स्पेयर व्हील ताज़ा है। और इसमें स्पैनर, जैक आदि सभी मौजूद हैं।
*सुनिश्चित करें कि कार में पर्याप्त ईंधन है। कम से कम आपको नजदीकी पेट्रोल पंप तक पहुंचाने के लिए।
*किसी तरह, ज्यादातर नई कारों को शोरूम द्वारा टायरों के अधिक प्रेशर के साथ्र दिया जाता है। टायर प्रेशर के दबाव की जाँच करें।
*आरसी पर अपनी कार के रजिस्ट्रेशन नंबर का मिलान करें। बुक, नंबर प्लेट के साथ। डीलर्स यहां अपनी लापरवाही के लिए जाने जाते हैं।
नोट : तो अगर आप अगली बार कार बेचेने का सोंचे तो यहां दिए गए टिप्स पर एक बार जरूर गौर किजिएगा।
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