Maruti S-Presso ने एडल्ट पैसेंजर प्रोटेक्शन के लिए 20.03 प्वाइंट्स और चाइल्ड ऑक्यूपेंट सेफ्टी के लिए सिर्फ 3.52 प्वाइंट्स हासिल किए। क्रैश रिपोर्ट के मुताबिक S-Presso ने चालक और यात्री के सिर और गर्दन को अच्छी सुरक्षा प्रदान की।
Maruti Swift & S-Presso Crash Test : कारों की सुरक्षा को जांचने वाली संस्था ग्लोबल एनसीएपी क्रैश टेस्ट (Global NCAP Crash Test) में मारुति सुजुकी की तीन कारों को एडल्ट और चाइल्ड दोनों की सुरक्षा के लिए महज 1-स्टार सुरक्षा रेटिंग दी है। Global NCAP के कड़े प्रोटोकॉल के तहत महिंद्रा स्कॉर्पियो एन के साथ मारुति स्विफ्ट, इग्निस और एस प्रेसो का क्रैश टेस्ट किया गया। जिसमें स्कोर्पियो को 5 स्टार रेटिंग से नवाजा गया लेकिन मारुति की तीनों कारों का बुरा हाल रहा।
अब इस क्रैश टेस्ट में मारुति की बेस्ट सेलिंग कार Swift को सिर्फ 1 स्टार मिलना। काफी लोगों के लिए परेशानी का विषय है। बताते चलें, कि Global NCAP ने इस साल जुलाई से अपने प्रोटोकोल्स में बदलाव किया है। स्विफ्ट ने एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 34 में से 19.19 स्कोर किया और इस हैचबैक ने चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 49 में से 16.68 स्कोर किया है। हालांकि, स्विफ्ट के बॉडी शेल को अस्थिर के रूप में रेट किया गया।

परीक्षण किया गया मॉडल भारत में घरेलू बाजार के लिए निर्मित किया गया था, और दोहरे फ्रंट एयरबैग, सीट बेल्ट प्रीटेंशनर्स, रियर ISOFIX एंकरेज और सीट बेल्ट रिमाइंडर से लैस था। बता दें, कि वर्तमान-जेनरेशन स्विफ्ट को पहले GNCAP द्वारा 2018 में फेसलिफ्ट से पहले टेस्ट किया गया था, जहां इसने एडल्ट और चाइल्ड ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन दोनों के लिए 2 स्टार स्कोर किया था, और अब यह हैचबैक सिर्फ 1 स्टार पर सिमट गई है।
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Maruti S-Presso
मारुति की दूसरी कार एस-प्रेसो ने एडल्ट पैसेंजर प्रोटेक्शन के लिए 20.03 प्वाइंट्स और चाइल्ड ऑक्यूपेंट सेफ्टी के लिए सिर्फ 3.52 प्वाइंट्स हासिल किए। क्रैश रिपोर्ट के मुताबिक एस-प्रेसो ने चालक और यात्री के सिर और गर्दन को अच्छी सुरक्षा प्रदान की। लेकिन ड्राइवर की छाती खराब सुरक्षा दिखाती है, जबकि यात्री की छाती मामूली सुरक्षा दिखाती है। ड्राइवर के घुटनों ने मामूली सुरक्षा दिखाई और यात्री के घुटनों ने अच्छी सुरक्षा दिखाई।

एस-प्रेसो ने साइड इम्पैक्ट टेस्ट में सिर और छाती को मामूली सुरक्षा प्रदान की, जबकि पेट और श्रोणि के लिए सुरक्षा को अच्छा माना गया। साइड पोल इम्पैक्ट टेस्ट नहीं किया गया क्योंकि कार में साइड हेड प्रोटेक्शन नहीं है। वहीं 3 साल के बच्चे के लिए चाइल्ड सीट फ्रंटल इम्पैक्ट टेस्ट के दौरान आगे के सिर की गति को रोकने में सक्षम नहीं थी। हालांकि, 18 महीने के बच्चे के लिए चाइल्ड सीट सिर के लिए अच्छी सुरक्षा और छाती के लिए खराब सुरक्षा प्रदान करती है।
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