जब इन Gypsy को तैयार किया जाता है, तो उसमें स्टीयरिंग से लेकर टायर और बंपर तक सब कुछ आपके सामने आपकी पसंद का होता है।
Gypsy Modification : अगर आप सेकेंड हैंड कार खरीदते हैं, तो उस कार के बारे में अपनी राय बनाने के लिए आपके पास महज 10 से 15 मिनट होते हैं, क्योंकि कार की टेस्ट ड्राइव इतनी ही लंबी होती है, और 15 मिनट में आप सिर्फ कार का परफॉर्मेंस चेक कर सकते हैं, उसकी एक्सटीरियर कंडीशन चेक रक सकते हैं, और अगर कार को खरीदने के बाद उसमें कोई समस्या आती है, तो आपका डीलर या विक्रेता आपसे किनारा कर सकता है। इसी बीच आजकल रिस्टोर Gypsy काफी चर्चा में है। जब इन Gypsy को तैयार किया जाता है, तो उसमें स्टीयरिंग से लेकर टायर और बंपर तक सब कुछ आपके सामने आपकी पसंद का होता है। आप चेक कर सकते हैं, कि आपके स्पीकर की क्वालिटी क्या है, आपके पेंट की क्वालिटी क्या है, और बाकी का सामान किस तरह कार में स्लॉट किया जा रहा है।
पुरानी Gypsy और रिस्टोर Gypsy
अब इतना तो साफ है, कि सेकेंड हैंड कार को देखकर समझना और एक कार को अपने तरीके तैयार करवाना दोनों में बड़ा अंतर है। यूज्ड कार को खरीदने के बाद शायद आपका डीलर या सेलर आपको एंटरटेन ना करे लेकिन एक Gypsy को रिस्टोर को कराने के बाद डीलर को अपना बिजनेस करना है, तो आपको एंटरटेन करना ही पड़ेगा। मतलब Gypsy को खरीदने के बाद आपको कहीं भी किसी भी पार्ट में प्रोब्लम होती है, तो आप सेलर से कॉन्टेकट कर सकते हैं, और उनकी पूरी जिम्मेदार होती है, आपकी समस्या का हल करना। क्योंंकि आपने पुरानी Gypsy नहीं खरीदी है, This Point to be Noted आपने पुरानी Gypsy नहीं खरीदी है, बल्कि आपने अपनी पसंद की Gypsy को तैयार कराया है, वो भी वैसे जैसे आप चाहते हैं।
तो क्या है Gypsy Restoration?
Gypsy को इंडियन मार्केट में 2019 में बंद कर दिया गया था, और आखिरी बार 2020 में 3,000 Gypsy की डिलीवरी आर्मी को की गई । अब Gypsy हमेशा से एक ऐसी कार रही है, जिसका क्रेज कभी खत्म ही नहीं हुआ। और इसी क्रेज से बना Gypsy Restoration। यानी आप अपनी पसंद की Gypsy को अपने तरीके मॉडिफाई कर सकते हैं, अपनी चाईस का कलर उस पर पेंट करा सकते हैं। अब सवाल यह है, कि जब Gypsy को इंडियन मार्केट में सले ही नहीं किया जाता है, तो कहा से मिलती हैं, ये गाड़ियां। तो बता दें, दिल्ली एनसीआर में कई ऐसी कंपनियां हैं, जो Gypsy को रिस्टोर करती हैं, यानी पुरानी बेकार पड़ी Gypsy आपके सपनों की कार बन जाती हैं, और ये होती हैं Auctioned GYPSY। इनका Auction या तो आर्मी करती है, या फिर government। मतलब GYPSY के ये रिस्टोर मॉडल आर्मी कार्स होते हैं, या फिर government।
अब बात इनकी Legality पर
Army Auction की जो Gypsy होती हैं, ये उस डेट के साथ रजिस्टर्ड होती हैं, जब आप इन्हें खरीद कर रहे हैं, उदाहरण के तौर पर देखें तो अगर मुझे अभी Gypsy लेनी है, और मेरी Gypsy army auctioned है, तो मेरा Gypsy का नंबर आज रजिस्टर्ड होगा। और यह आज से अगले 15 सालों तक वैलिड है। यानी मई 2022 में अगर आप एक army auctioned Gypsy खरीदते हैं, तो इसकी वैलिडिटी नेक्सट 15 ईयर तक है। लेकिन यही Gypsy दिल्ली एनसीआर में ड्राइव करने वालों के लिए इसकी मैन्युफैक्चर डेट से अगले 15 सालों तक वैलिड है। यानी दिल्ली में नए नियम के मुताबिक कार की वैलिडिटी उसकी आरसी पर रजिस्टर्ड मैन्युफैक्चर्ड डेट से लगाई जाती है, और बाकी राज्यों में यह मौजूदा डेट से अगले 15 सालों तक वैलिड है। ऐसा इसलिए क्योंकि आर्मी कार्स रजिस्टर्ड न्हीं होती हैं, आप देखेंगे इन पर एक अलग किस्म का ऐरा के साथ नंबर होता है, तो इनका रजिस्ट्रेशन प्रोसेस डिलीवरी के समय पूरा होता है। वहीं Government Auctioned व्हीकल पहले से रजिस्टर्ड होती हैं, और इनकी वैलिडीटी इनकी आरसी पर उपलब्ध मैन्युफैक्चर डेट से ही कैल्कुलेट की जाती है।
अब बात परफॉर्मेस की और प्राइस की
Restored Gypsy को लेकर बहुत सारे मिथ हैं, और और इसमें एक सबसे बड़ा सवाल आता है, माइलेज का। तो Restored Gypsy के कुइ कस्टमर क्लेम करते हैं, कि उन्हें सिटी में 10 से 11 किमी का माइलेज मिलता है,और हाइवे पर वे Gypsy से 13किमी तक माइलेज ले लेते हैं। अब आप अगर Restored Gypsy के बारे में समझ गए हैं, तो इन्हें कैसे तैयार किया जाता है ये भी जानना चाहेंगे। इससे जुड़ी पुरी जानकारी हम बहुत जल्द आपके लिए लेकर आने वाले हैं।