सिक्कों की गिनती पूरी होने के बाद Vetrivel को Maruti Suzuki Eeco की चाबी सौंपी गईं। बता दें, यह पहली बार नहीं है, जब किसी व्यक्ति ने सिक्कों से वाहन खरीदा है, इससे पहले भी कई बार इस तरह की घटना देख चुके हैं, जहां लोगों ने सिक्कों से कार या बाइक खरीदी है।
भारत में कार खरीदना किसी सपने से कम नहीं है, किसी मध्यम परिवार में कार खरीदना एक बेशकीमती सपना होता है। लोग सालों तक मेहनत करने के बाद कार की डिलीवरी लेते हैं, हालांकि, आज कई बैंक और छोटी फाइनेंस कंपनियों के कारण एक नई या पुरानी कार खरीदना पहले की तुलना में बहुत आसान हो गया है। लेकिन तमिलनाडु के एक व्यक्ति ने नई कार खरीदने के लिए अनोखा तरीका चुना। इन्होंने किसी बैंक की सहायता से नहीं बल्कि सालों तक जमा किए 10 रुपये के सिक्कों से अपनी कार खरीदी है।

क्यों निराश होने पर खरीदी Maruti Eco
दरअसल, तमिलनाडु में रहने वाले एक के व्यक्ति ने मारुति ईको को 10 रुपये के सिक्कों के साथ 6 लाख रुपये में खरीदा है, वेट्रिवेल नाम के एक व्यक्ति ने मारुति सुजुकी के अधिकृत डीलरशिप से 10 रुपये के सिक्कों से भरी एक बोरी के साथ एक नई मारुति सुजुकी ईको (Maruti Suzuki Eco) की डिलीवरी ली। इस मौके पर वेट्रिवेल ने कहा कि उनकी मां एक किराने की दुकान चलाती हैं, जहां से उन्होंने अपने ग्राहकों से पैसे का आदान-प्रदान करते हुए ये 10 रुपये के सिक्के एकत्र किए हैं। यह वाकई में दिलचस्प है, कि इन्होंने सिर्फ 10 रुपये के सिक्के जमा कर एक कार खरीदी है।
Vetrivel ने 10 रुपये के सिक्के से कार लेने का फैसला लिया, क्योंंकि कई मौकों पर उनके ग्राहक 10 रुपये के सिक्के या किसी अन्य सिक्के को स्वीकार करने से इनकार करते हैं, और इसके बजाय कागजी नोट पसंद करते हैं। वेट्रिवेल का कहना है, कि उन्हें प्रतिदिन इस स्थिति का सामना करना पड़ता है, और क्योंकि लोग नोट लेना पसंद करते हैं, तो उनके पास ढ़ेरों सिक्के जमा हो गए। बता दें, वेट्रिवेल इन सिक्कों को नोटों में बदलने भारतीय रिजर्व बैंक के कार्यालय भी गए। लेकिन बैंक ने भी सिक्के लेने से इंकार कर दिया।
यह भी पढ़ें :- Tata Nexon CNG की शुरू हुई टेस्टिंग, बनेगी पेट्रोल, डीजल, इलेक्ट्रिक और सीएनजी के साथ मिलने वाली पहली कार

Reserve Bank of India ने भी किया इनकार
Vetrivel का कहना है, कि बैंक अधिकारियों ने इन सिक्कों को गिनने और गणना करने के लिए पर्याप्त समय नहीं होने का कारण इन सिक्कों को लेने से मना कर दिया। बैंक अधिकारियों के इस बयान ने वेट्रिवेल को चकित कर दिया, क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) द्वारा किसी भी व्यक्ति के सिक्कों को स्वीकार ना करने का कोई आधिकारिक दिशानिर्देश जारी नहीं किया गया है। अपने ग्राहकों और बैंकों के बदले इन सिक्कों का उपयोग नहीं कर पाने की भारी निराशा के कारण वेट्रिवेल ने एक नई कार खरीदने के लिए 6 लाख रुपये के इन सिक्कों का उपयोग करने का फैसला किया।
जिसके बाद ये अपने गृहनगर धर्मपुरी में मारुति सुजुकी शोरूम के शोरूम पहुंचे। जहां उन्होंने 10 रुपये के इन 60,000 सिक्कों के बदले में एक नया ईको खरीदने का अनुरोध किया। हालांकि, डीलरशिप के अधिकारी इन सिक्कों के बदले सौदे को आगे बढ़ाने के लिए अनिच्छुक थे, लेकिन डीलरशिप मैनेजर आखिरकार Vetrivel के दृढ़ निश्चय को देखकर सामने आए और उन्हें कार की डिलीवरी देने के लिए तैयार हुए।
यह भी पढ़ें :- Google Map पर ही अब पता चलेगा कितना देना है Toll Tax, समझें कैसे करना है इस्तेमाल

सिक्कों को नहीं पसंद कर रहे लोग
कार की डिलीवरी से पहले वेट्रिवेल और उनके परिवार के सदस्य इन सिक्कों की बोरियों के साथ आए और शोरूम के अधिकारियों को सिक्के सौंपे। जिन्होंने एक-एक सिक्के की गिनती की। सिक्कों की गिनती पूरी होने के बाद Vetrivel को एक बिल्कुल नए भूरे रंग की Maruti Suzuki Eeco की चाबी सौंपी गईं। बता दें, यह पहली बार नहीं है, जब किसी व्यक्ति ने सिक्कों से वाहन खरीदा है, इससे पहले भी कई बार इस तरह की घटना देख चुके हैं, जहां लोगों ने सिक्कों से कार या बाइक खरीदी है। वहीं देश मे सिक्कों का चलन लगभग खत्म सा हो गया है, लोग छोटे बड़े नोट लेना ज्यादा पसंद करते हैं। लेकिन इस तरह की घटनाएं हमें सिक्कों का महत्व समझाती हैं।
यह भी पढ़ें :- New Maruti Brezza : 11,000 रुपये में शुरू हुई बुकिंग, सनरूफ और हेड अप डिस्प्ले के साथ 30 जून को आ रही है ये कार
