अनिल दिल्ली के खानपुर इलाके में रहकर ऑटो रिक्शा चलाता था, और 1995 के बाद से कार चोरी करने लगा। 90 के दशक से अनिल चौहान मारुति 800 (Maruti 800) कारें चुराने के लिए कुख्यात है।
भारत में कारों की चोरी होना कोई नई बात नहीं है, लेकिन सबसे बड़े ऑटोमोबाइल चोरों में से एक अनिल चौहान को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली के इस चोर पर 5,000 से अधिक कारें चोरी करने का आरोप है, और इतना ही नहीं अनिल चौहान चोरी की कारों से करोड़ों का मालिक है। वह जिस विला में रहता है उसकी कीमत 10 करोड़ रुपये है।
पुलिस ने कहा कि कारों को चोरी करने के लिए यह उत्तर पूर्वी राज्यों से दिल्ली आता है। 52 वर्षीय अनिल के गैंग में 25 से 30 लोग शामिल हैं, और इनकी मदद से यह गंगटोक, असम के कुछ हिस्सों और नेपाल में चोरी की कारों को बेच रहा है।

खुद को बताता है सरकारी नौकर
इंस्पेक्टर संदीप गोदारा के नेतृत्व में एक टीम ने दिल्ली में हाई एंड एसयूवी और सेडान की चोरी की जांच की। जिसमें पुलिस को चौहान पर शक हुआ। उसकी तलाश के लिए टीमों को असम, सिक्किम, नेपाल और एनसीआर भेजा गया था। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह महंगी कारों में घूमता है और एक व्यापारी या सरकारी अधिकारी के रूप में लोगों के सामने पेश आता है।
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पुलिस के मुताबिक अनिल फिलहाल हथियारों की तस्करी में शामिल है। वह उत्तर प्रदेश से हथियार लेकर पूर्वोत्तर राज्यों में भेजता है। अनिल दिल्ली के खानपुर इलाके में रहकर ऑटो रिक्शा चलाता था, और 1995 के बाद से कार चोरी करने लगा। 90 के दशक से अनिल चौहान मारुति 800 (Maruti 800) कारें चुराने के लिए कुख्यात है।
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बता दें, अनिल को कई बार गिरफ्तार किया गया था, एक बार 2015 में कांग्रेस विधायक के साथ यह पांच साल तक जेल में रहा और 2020 में रिहा हो गया। पुलिस के मुताबिक अनिल की तीन पत्नियां और सात बच्चे हैं। वह असम में सरकारी ठेकेदार बन नेताओं के संपर्क में था। पुलिस ने उसके पास से छह पिस्टल और सात कारतूस बरामद किए हैं।
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