Ather Energy पोस्ट के जरिए कहती है कि कंपनी ने अपनी बैटरी के साथ लगातार प्रदर्शन और रेंज प्रदान की है और कोई लंबा दावा नहीं किया है। एथर की बैटरी मानसून, सर्दी, हवा, रेत के तूफान और गर्मी के लिए भी डिजाइन की गई है।
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किसी का मजाक बनाना अच्छी बात नहीं है, और व्यक्तिगत रूप से यह हमें पसंद भी नहीं है। लेकिन जब ऑटोमोटिव निर्माता एक-दूसरे के साथ मजाक करते हैं, तो इसका अलग ही मजा होता है। हमने Tata Motors के सोशल मीडिया पर पहले कई ऐसे पोस्ट देखें हैं, जिनमें Tata ने दूसरे वाहन निर्माता का सुरक्षा रेटिंग को लेकर मजाक बनाया। वहीं अब ऐसा लगता है कि Ather ने भी Tata की राह पर चल दी है। क्योंकि Ather Energy के सोशल मीडिया अकाउंट द्वारा अन्य ईवी निर्माताओं पर कटाक्ष किया गया है। आइए विस्तार से बताते हैं Ather के इस पोस्ट पर पूरा डिटेल।

आइसक्रीम खाते हुए समझाया बैटरी का गणित
Ather ने जो वीडियो साझा किया है, उसमें हम Ather Energy के बैटरी डिजाइनर श्रेयस सीतापति को एक आटोक्लेव पर बैठे हुए आइसक्रीम खाते हुए देख सकते हैं। यहां ये उस आटोक्लेव पर बैठें हैं, जिसमें उनके द्वारा डिजाइन की गई बैटरी बेक हो रही हैं। Ather Energy पोस्ट के जरिए कहती है कि कंपनी ने अपनी बैटरी के साथ लगातार प्रदर्शन और रेंज प्रदान की है और कोई लंबा दावा नहीं किया है। Ather की बैटरी मानसून, सर्दी, हवा, रेत के तूफान और गर्मी के लिए भी डिजाइन की गई है। यानी सीतापति बेकिंग बैटरी पर बैठे हैं, इसका कारण यह है कि उन्हें विश्वास है कि 3 घंटे तक बेक किए जाने के बाद भी उनकी बैटरी डिज़ाइन में आग नहीं लगेगी।
कुल मिलाकर Ather अपने स्कूटर की सुरक्षा को लेकर लोगों में विश्वास जमा रहा है, जो काफी हद तक सही भी है, क्योंकि बीते कुछ समय में लगातार आई आग की घटनाओं के बावजूद Ather इकलौती कंपनी है, जिसके स्कूटर में इस तरह की दुर्घटना नहीं हुई। ध्यान दें, कि ली-आयन बैटरी या ली-पो बैटरी का उपयोग प्रीमियम इलेक्ट्रिक स्कूटर पर किया जाता है, और लीड-एसिड बैटरी का उपयोग सस्ते इलेक्ट्रिक स्कूटर पर किया जाता है। भले ही वानि निर्माता द्वारा स्कूटरों के एक समूह को समान ली-आयन बैटरी मिलती है, लेकिन वे समान डिज़ाइन नहीं किए जाते हैं। वहीं बैटरी बनाने वाले सभी देशों में तापमान और वायु अलग होते हैं। इसके साथ ही भारत में आपको हर तरह का मौसम मिलता है।
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कहां मात खा रही इलेक्ट्रिक वाहन कंपनियों
उदाहरण के लिए Ola को लें तो कंपनी द्वारा उपयोग की जा रही बैटरी इसकी सहायक कंपनी एटरगो द्वारा यूरोप में डिजाइन की जाती हैं। यूरोप में भारत की तुलना में बहुत कम तापमान है और सड़क की स्थिति भी बहुत बेहतर है। वहीं भारत में बेचे वाले Revolt motorcycles चीन के लिए डिजाइन किए गए थे। इतना ही अधिकांश अन्य छोटे ईवी निर्माता चीन से अपने ईवी घटकों का स्रोत बनाते हैं, और यहां Ather Energy अपनी अलग जगह बनाती है, क्योंकि बेंगलुरु स्थित इस स्टार्टअप ने चीन से अपने पुर्जे आउटसोर्स करने के बजाय भारत में अपने स्कूटरों को पूरी तरह से डिजाइन किया है।
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इन सब के परे हाल ही में Ather के चेन्नई एक्सपीरियंस सेंटर में एक Ather स्कूटर में आग लग गई। कंपनी ने इस बात पर तुरंत जवाब दिया और बताया कि आग की घटना में शामिल स्कूटर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, और सर्विस सेंटर पर जब स्कूटर धोया गया तो उसमें आग लग गई। जब इलेक्ट्रिक वाहन दुर्घटना का शिकार होते हैं, तो सिर्फ बैटरियों से समझौता किया जाता है। यानी इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने का एकमात्र कारण उसकी बैटरी होती है।
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